
धान की नर्सरी डालने के 10 दिन के अन्दर जैविक रसायन ट्राइकोडरमा 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर एक छिड़काव अवश्य कर दें।
धान की नर्सरी का सफेदा रोग तत्व की अनुपलब्धता के कारण नर्सरी में अधिक लगता है। नई पत्ती सफेद रंग की निकलती है जो कागज के समान पड़कर फट जाती है। इसके उपचार हेतु फेरस सल्फेट 5 कि0ग्रा0 तथा 20 कि0ग्रा0 यूरिया अथवा 25 कि0ग्रा0 बुझा चूना प्रति हेक्टेयर की दर से 800 लीटर पानी में घोलकर 2-3 छिड़काव 5 दिन के अन्तर पर करें।